17 मई 2015

चंगेज़ खां का मंगोलियन साम्राज्य

चंगेज़ खंा का मंगोलियन साम्राज्य 

वैज्ञानिकों का कहना है कि 13वीं सदी की शुरुआत में चंगेज खां और विशाल मंगोल साम्राज्य के उदय में अच्छे मौसम का योगदान हो सकता है।

अमेरिकी शोधकर्ताओं का कहना है कि मध्य मंगोलिया में पुराने पेड़ों के छल्लों से ये पता चला है कि करीब एक हजार साल पहले जब चंगेज खान तेजी से कामयाबी हासिल कर रहा था, उस दौरान मध्य एशिया में मौसम काफी सुहावना और नम था।

इस दौरान घास काफी तेजी से बढ़ी और इससे घोड़ों को भरपूर चारा मिला।

चंगेज खां ने मंगोल कबीलों को एकजुट किया और एक बड़े इलाके पर शासन किया। उसके राज्य में आज का कोरिया, चीन, रूस, पूर्वी यूरोप, भारत के कुछ हिस्से और दक्षिण पूर्व एशिया आते थे।

करिश्माई नेता : नेशनल एकेडमी ऑफ सांइसेज के अध्ययन में बताया गया है कि चंगेज खां के शासन से पहले 1180 से 1190 के बीच कई बार सूखा पड़ा। लेकिन 1211 से 1225 के दौरान साम्राज्य काफी बड़ा हो चुका था। इस दौरान मंगोलिया में असामान्य रूप से सामान्य बारिश हुई और मौसम सुहावना बना रहा।

इस अध्ययन के सह-लेखक और पश्चिम वर्जीनिया यूनीवर्सिटी की वैज्ञानिक एमी हसेल ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, 'अत्यधिक सूखे से अत्यधिक नम मौसम के रूप में आया यह बदलाव बताता है कि इंसानी गतिविधियों में मौसम की महत्वपूर्ण भूमिका रही होगी।'

उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसी आदर्श स्थिति थी जो किसी करिश्माई नेता के उदय के लिए, सेना के विकास और मजबूत सत्ता के लिए पूरी तरह से अनुकूल थी।'

उन्होंने बताया कि मौसम में नमी बढ़ने से हरियाली बढ़ी और इसका असर घोड़ों की ताकत में हुई वृद्धि के रूप में दिखाई दिया।

अनुकूल मौसम की मदद से चंगेज खान छोटे-छोटे कबीलों में बिखरे मंगोलों के एकजुट कर एक बड़े साम्राज्य में तब्दील करने में कामयाब रहा।

बीबीसी हिन्दी से साभार ।
१३ मार्च २०१३ को प्रकाशित ।
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